VPN क्या है? || WHAT IS VPN?
जब आपका INTERNET SPEED कम होता है। तो आप internet की speed बढाने के लिए। कोई TRICK SEARCH करते है। तो यहां VPN का नाम जरूर आता है। और तब आप यह सोचते है। कि यह VPN क्या है? और यह VPN काम कैसे करता है।
यदि आप किसी APP या WEBSITE को ACCESS या OPEN करना चाहते है। जो आपके यहां BAN या BLOCK है। तो ये काम आप VPN के जरिए access कर सकते है। जैसे हमारे देश में YOUTUBE, FACEBOOK, Instagram, WHATSAPP को बहुत USE करते है। लेकिन CHINA में YOUTUBE, FACEBOOK, Instagram, WHATSAPP और अन्य APPS BAN है। यदि आप CHINA में है। तो आप YOUTUBE, FACEBOOK और WHATSAPP, Instagram चला नहीं सकते। यहां ये APPS BAN है। ऐसे में इस problem को solve करने के लिए। VPN को बनाया गया। आप VPN का use करके CHINA में तो क्या पूरी ही दुनिया में कहीं भी YOUTUBE, FACEBOOK WHATSAPP बाकि की BAN/BLOCK website या app चला सकते है। BLOCK/BAN WEBSITES या APPS को OPEN करना चाहते है। तो ऐसा आप VPN के द्वारा ही कर सकते है।
आज आपको VPN की पूरी information पता चलेगी। जैसे की, VPN क्या है? VPN काम कैसे करता है? यह क्यों जरूरी है? VPN का उपयोग कैसे करें? दुनिया की सबसे BEST VPN SERVICES कौन-कौनसी है? और VPN से सम्बंधित और भी अन्य जानकारी।
Table of content
- VPN || वीपीएन
- VPN क्या है?
- VPN का प्रयोग?
- VPN दो type के है?
- VPN का क्या काम है?
- VPN काम कैसे करता है?
- VPN का पुरा नाम क्या है?
- VPN connect कैसे करें?
- VPN PROTOCOL क्या है?
- VPN का Mobile में उपयोग?
- VPN के फायदे कौन-कौनसे है?
- VPN के नुकसान कौन-कौनसे है?
- VPN का Computer में उपयोग?
- VPN protocol के प्रकार कितने है?
- VPN का उपयोग करना सही या ग़लत?
- VPN किन लोगों को उपयोग करना चाहिए?
- Free VPN का उपयोग क्यों नहीं करना चाहिए?
- Paid (VPN) services उपयोग करने के फायदे?
- Conclusion
VPN || वीपीएन
वर्तमान में internet का use काफी तेजी से बढ़ गया है। यहां तक कि पैसों का TRANSACTION, SHOPPING, BANKING, FORM APPLY और BUSINESS जैसी सभी सेवाएं ONLINE हो गई है। ऐसे में HACKERS भला क्यों पीछे रहेंगे। ONLINE FRAUD को अपना नया bussiness बना लिया है। साथ ही ONLINE FRAUD के ऐसे-ऐसे तरीके खोज लिए है। की पूछो ही मत। इसीलिए ONLINE SECURITY और PRIVACY एक बड़ी problem बन गई है। और इस problem को दूर करने के लिए। यहां http की जगह https को लाया गया। और कुछ सुरक्षा उपाय खोजे गए। जिनमे से एक उपाय VPN है। इससे आप ban/block website और app access कर सकते है।
VPN क्या है? || VPN KYA HAI?
WHAT IS VPN, IN HINDI?
VPN क्या होता है?("VPN KYA HOTA HAI?") इसे बिल्कुल SIMPLE तरीके से समझते है। ("VPN") एक ऐसी NETWORK TECHNOLOGY है। जो असुरक्षित नेटवर्क को सुरक्षित नेटवर्क में बदलने का काम करता है। और USER का वास्तविक LOCATION और IDENTITY को छुपाने में सहायता करता है। VPN आपकी identity को पूरी तरह secret रखता है। और आपके DATA को HACK होने से बचाता है। साथ में यह आपके FREEDOM OF INTERNET के अधिकारों की रक्षा करता है। और आपको BAN/BLOCK WEBSITES or APPS तक पहुंचने की PERMISSION देता है।
("VPN") सभी प्रकार के DATA को SECURE करता है। चाहे वो DATA IMPORTANT हो या न हो। computer और mobile में VPN का उपयोग करके data को secure किया जा जाता है। इसे आप बिना HACK हुए कहीं पर भी DATA TRANSFER कर सकते है। और किसी भी BLOCK WEBSITE या BAN APPS को ACCESS करने और अपनी IP ADDRESS छुपाने के लिए VPN का उपयोग करते है।
VPN का प्रयोग?
VPN आपके के लिए बहुत फायदे मंद है। क्योंकि सबसे पहले security के लिए, ही बनाया गया था। अब security तो हर कोई प्रयोग करना चाहेगा। इसलिए यह धीरे-धीरे बढ़ता गया। और आज बहुत अधिक develop हो चुका है। तथा बहुत लोग इसे प्रयोग करते है। जब आप VPN active करके internet चलाते है। तो आपके द्वारा की गई हर एक activities Secure रखी जाती है। जिससे कि हैकर आपके data को चुरा नही पाएगा।
VPN दो types के है।
Types of VPNs in Hindi
1.) Remote Access VPN
Remote Access VPN एक user को Private Network से connect करने और Remote access के द्वारा अपनी Services और Resources तक पहुंचने की permission देता है। यहां Users और Private network के बीच का connection internet के माध्यम से होता है। और यह connection Secure और Private रहता है।
किसी भी Organization का Network Secured रहता है। इसमें किसी भी बाहर के Network से कोई भी Host Connect हो नहीं सकता। Remote Access VPN के द्वारा जब कोई Host Connect करता है। तो VPN उसे ऐसे Represent करता है। जैसे कोई Local Host हो।
एक corporate Staff, Travel करते time, अपनी company के Private Network से connect करने के लिए, VPN का उपयोग करता है। और private network पर Files और Resources का Remotely रूप से उपयोग करता है।
Home users, या (VPN) के private user, मुख्य रूप से internet पर Regional Restrictions को bypass करने। और Blocked websites तक पहुंचने के लिए, VPN Services का उपयोग करते है। internet security के प्रति aware user VPN Services का उपयोग अपनी Internet security और Privacy increase करने के लिए करते है।
2.) Site-to-site VPN
Site-to-site VPN को Router-to-Router VPN भी कहां जाता है। Site to Site VPN के द्वारा Organization के अलग-अलग Offices एक दूसरे के साथ किसी Public Network जैसे की Internet के द्वारा Connection को Establish करते है। और Site-to-site VPN एक Office के Resources को दूसरे Office के Hosts को Available करवा के देता है।
और फिर site-to-site (VPN) Router-to-Router communication पर आधारित है। इस VPN में एक Router VPN client में, और दूसरे Router VPN Server में work करता है। दो router के बीच का? Communication केवल प्रमाणीकरण के बाद। दोनों के बीच decide होने के बाद शुरू होता है।
जब एक ही company के कई office Site-to-site VPN का उपयोग करके connect होते जाते है। तो उन्हें Intranet-based VPN भी कहां जाता है। और जब company यां किसी अन्य company के office से connect करने के लिए। Site-to-site VPN का उपयोग करते है। तो इसे Extranet-based VPN कहां जाता है।
Site-to-site VPN geographical रूप से दूर के offices में network के बीच एक Virtual bridge बनाता है। और उन्हें internet के माध्यम से connect करता है। और Private communication को network के बीच Secure बनाएं रखता है।
VPN का क्या काम है?
VPN develop का कारण यह है। कि public के secret deta को secure करने में सहायता कर सके। इसलिए, (VPN) एक software application है। जो आपको public network का उपयोग करके। Private network से secure connection करने में सहायता करता है। VPN software आपके सभी online data को encrypt करता है। और इसे remote server के माध्यम से root करता है। Data एक encrypted draft में एक tunnel के माध्यम से survive करता है। जो कि आपको hackers से बचाने के लिए, आपके connection को secure करता है। और यह hackers आपके information को चुराने या निगरानी करना चाहते है।
VPN काम कैसे करता है? || VPN KAAM KAISE KARTA HAI?
HOW DOES VPN WORK, IN HINDI?
HOW VPN WORK, IN HINDI?
जब आप किसी WEBSITE को search करते है। तो सबसे पहले आपकी request "internet service provider" (isp) के पास जाती है। ("Isp") में online identity, device Id, location और data request जैसे सभी details check किया जाता है। तब आपको उस website के server से connect किया जाता है। फिर आपके और उस website के बीच जो भी आदान-प्रदान होता है। वह सब (isp) के जरिए ही होता है। ऐसे में आपका कोई भी DATA SECURE और secret नहीं रहता। जिससे की हर पल DATA चोरी होने का खतरा रहता है। हालाकि अब website को https के साथ और full secure किया गया है। लेकिन RESTRICTION भी एक बड़ी problem है। जो आपको BLOCKED WEBSITES को ACCESS करने से रोकती है। कुल मिलाकर आपको FREEDOM, PRIVACY और SECURITY जैसी समस्यायों से जूझना पड़ता है। लेकिन VPN इन सारी समस्यायों का समाधान है। कैसे?
मान लीजिए technicaltekamji.com website open करना चाहते है। website search करने पर request सिधा VPN server के पास जाएगा। और वहां आपके phone से जो request traffic जाएगा। वह encrypted होगा। और एक secure tunnel के साथ भेजेगा। साथ ही आपकी online identity secret रहेगी। क्योंकि data traffic smartphone की बजाय VPN server से भेजा जाएगा। फिर आपका data VPN server में जाने के बाद। decrypt हो जाएगा। उसके बाद VPN आपके request को technicaltekamji.com के server पर भेजेगा। और वहां से जवाब प्राप्त करके उसे वापिस encrypt कर लेगा। तब अपने secure connection के साथ आपके mobile पर भेज देगा। अब आपके mobile में जो VPN software है। उस data को decrypt कर लेगा। ताकि आप उसे पढ़ सके। इस तरह आपके ("ISP") को कभी पता नहीं चलेगा। की आपने किस websites पर visit किया और वहां क्या क्या activities की?
VPN एक ऐसा connection होता है। जो किसी को भी पता नहीं चलता है। ISP को भी नहीं। क्योंकि जब आप website search करते है। तो "ISP" "VPN" server तक ही पहुंच पाता है। तो ISP को लगता है। कि आप VPN server को ही access कर रहे है। लेकिन जो VPN server होता है। वह दुनिया की किसी भी website, app को open करके देता है। भले ही वह website, app ("isp") ने block, ban करके रखी हो। लेकिन VPN server से आप उन सभी block/ban website, app को access कर सकते है।
क्यूंकि वो website और app उस देश में block नहीं है। जो हमारे देश में है। तो आप वहां के VPN से connect हो जाते है। उसके बाद उस VPN और आपके VPN के बिच एक network connection बन जाता है। जो encrypted होकर रहता है। और कोई भी उस network से personal detail चोरी नहीं कर सकता।
एक उदाहरण के माध्यम से समझते है। आपको बतादे की Netflix India में कुछ सालों पहले आया है। लेकिन इससे पहले जब Netflix India में नहीं था। तो हम Netflix देखने के लिए क्या करते थे। की India में रहकर उस VPN से connect कर लेते थे। जिसका server मान लीजिये सिर्फ US और UK की network पर ही मिलता था। तो connect होने के बाद। हम उस server के साथ Netflix को देख सकते थे। यहां Netflix को ये पता नहीं चलता था। की वो user India का है। उसको लगता है। user local network यानि की US, UK में ही है। क्योंकि उनको लगेगा की वो link normal किसी server से बनाया है। जो India में ही मौजूद है।
VPN का उपयोग करने के लिए। internet पर बहुत सारे software उपलब्ध है। कुछ free version के है। और कुछ paid version के है। जिनका उपयोग आप अपने smartphone और Computer दोनों में install करके कर सकते है।
VPN का पुरा नाम क्या है?
वीपीएन का मतलब क्या है? ("VPN KA MATLAB KYA HAI")
VPN का पुरा नाम वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क ("VIRTUAL PRIVATE NETWORK") होता है।
VPN connect कैसे करें?
आप अपने computer या mobile पर VPN का उपयोग कर सकते है। लेकिन आजकल के सभी smart devices में भी VPN connection का option होता ही है। जिससे आप कुछ settings करने पर VPN से connect हो जाते है। आप free या paid में से कोई भी एक VPN service को select सकते है।
VPN PROTOCOL क्या है? || VPN protocol Kya hai?
WHAT IS VPN PROTOCOL?
VPN protocol rules का वह set है। जो vpn Client और vpn server के बीच connection स्थापित करने के लिए। उपयोग किया जाता है। ताकि vpn client और vpn server के बीच secure data का आदान प्रदान हो। वर्तमान में vpn सेवा प्रदाताओं द्वारा इन vpn protocols का उपयोग किया जा रहा है:- pptp, sstp,TLS, SSL, SSH, l2tp/ipsec, ikev2/ipsec, ipsec, openvpn, softether wireguard और IP security.
VPN का Mobile में उपयोग?
आप mobile में VPN उपयोग करना चाहते है। तो यह बहुत आसान है। play store में बहुत apps बिलकुल free में उपलब्ध है। इसमें आपको किसी भी user id password की आवश्यकता नहीं होती है। यह apps आपके phone में अपने आप VPN की सभी settings को setup कर देते है। और फिर आप VPN का उपयोग कर सकते है।
VPN के फायदे कौन-कौनसे है?
- सबसे पहला फायदा यहीं है। कि आप VPN application का software use करके VPN से किसी भी block websites को open करके use कर सकते है।
- Paid VPN software से आपके data को और detail को ज्यादा secure मिलता है।
- VPN public connection को safely और private तरीके से access करने में सहायता करता है। और एक VPN Service के सहायता से हम खुद के identity को hide कर सकते है। तथा private और safely browse कर सकते है।
- VPN से आप अपने देश की location change कर सकते है। जैसे china में Facebook, WhatsApp, YouTube etc. Application block है। तो china के लोग VPN से अपने देश की location change करके Facebook, WhatsApp, YouTube etc. blocked Applications use कर सकते है।
- Internet को VPN के जरिए browse करना बहुत ही secured होता है। ये आपके web data को बहुत ही आसानी से private और अच्छे से protect करता है। आसान भाषा में कहें तो strong antivirus और standard firewall, के साथ साथ VPN से आपकी security में एक extra layer add कर देता है। जिससे की online security में और increase हो जाता है।
- जब आप VPN service use करते है तो सारा connection encrypt हो जाता है। इसलिए इस service का उपयोग करके आप अपना data हैकर से बचा सकते है।
- Internet में आपको VPN Free और paid service आसानी से मिल जाता है। आप चाहे तो VPN service को free में भी उपयोग कर सकते है। Google play store में बहुत सारे apps है। जो free में VPN की service देते है।
VPN के नुकसान कौन-कौनसे है?
- VPN को use करने से। कोई नहीं पकड़ पाएगा। लेकिन ये गलत है, आप अपने आप को छुपा नहीं पाते। क्योंकि VPN server में आपका data मौजूद रहता है।
- सभी available VPNs पर trust किया नहीं जा सकता। VPN IPs अक्सर unique नहीं होते है। इसे बहुत से लोगों के साथ share किया गया होता है।
- Free VPN service आपके data को missuse कर सकते है। क्योंकि आपने जो access किया उनके पास उसकी पूरी detail रहती है।
- High Confidential data के लिए free VPN का उपयोग करना नहीं चाहिए। क्योंकि VPN में आपका data lick होने के Chance रहते है।
- VPN का बड़ा नुकसान ये है। कि hacker इसे use करके अपनी identity छुपाने में कामयाब हो जाते है।
VPN का Computer में उपयोग?
Computer में VPN को Manually भी setup किया जा सकता है। इसके लिए आपको IP address, Username और Password की आवश्यकता होगी। VPN आपको internet पर free में और Payable में आसानी से मिलेंगे।
VPN protocol के प्रकार कितने है? || VPN protocol ke prakar?
Type of VPN Protocols, in hindi?
VPN Protocols, in Hindi?
- 1.) Pptp :- PPTP का पूरा नाम पॉइंट-टू-पॉइंट-टनलिंग प्रोटोकॉल (point-to-point tunneling protocol) होता है। PPTP एक ऐसी तकनीक है? जिसके द्वारा "virtual private network" (VPNs) का निर्माण किया जाता है? जिससे कि messages या data को एक root से दूसरे root तक सुरक्षित तरीके से भेजा जा सके। और PPTP के द्वारा हम data और messages को सुरक्षित तरीके से tunnels में से भेजते है? जिससे कि उसे कोई भी देख नही पाता।
Pptp के बारे में पूरी जानकारी के साथ, पढ़ना चाहते है।
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- 2.) SSTP :- (sstp) → (vpn) कनेक्शन में उपयोग किया जाने वाला? एक सामान्य protocol है। protocol Microsoft द्वारा विकसित किया गया था। इसलिए (sstp) Linux की तुलना में, विंडोज वातावरण में, अधिक सामान्य है। Microsoft ने विंडोज में, उपलब्ध अधिक असुरक्षित PPTP या L2TP/IPSec विकल्पों को बदलने के लिए। (sstp) तकनीक को विकसित किया। विंडोज में VPN connection ज्यादातर (sstp) का उपयोग करते है।
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- 3.) TLS :- secure web browsing, applications access, data transfer और internet communication के लिए उपयोग किया जाता है। (TLS) send किए गए या transmit किए गए data को किसी भी तरह से छेड़छाड़ होने से रोकता है।
TLS के बारे में पूरी जानकारी के साथ, पढ़ना चाहते है।
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- 4.) SSL :- SSL certificate का काम SSL protocol के माध्यम से user के browser के साथ secure sessions शुरू करना होता है। यह secure connection SSL certificate के बिना स्थापित नहीं किया जा सकता। जो digital रूप से company की information को एक cryptographic key से connect करता है।
SSL के बारे में पूरी जानकारी के साथ, पढ़ना चाहते है।
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- 5.) SSH :- Remote Host को पूरी तरह से Access करने के लिए SSH use होता है। SSH की सहायता ले कर Data / Information एक Computer से दूसरे Computer में Transfer कर सकते है। SSH एक Secure Protocol है। जिससे SSH का उपयोग Public Network में ज्यादा होता है।
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- 6.) IPsec :- IPSec दो अलग-अलग नेटवर्क के बीच डेटा ट्रांसफर की सुरक्षा के लिए Two modes, Transport mode और Tunneling mode में काम करता है। Transport Mode डेटा पैकेट में संदेश को एन्क्रिप्ट करता है और Tunneling mode पूरे डेटा पैकेट को एन्क्रिप्ट करता है। IPSec का उपयोग सुरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए अन्य सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ भी किया जा सकता है।
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- 7.) L2TP :- यह VPNs protocol है। जो खुद encryption उपलब्ध नही कराता। लेकिन encryption protocol पर depend रहता है। जो privacy को उपलब्ध करने के लिए, tunnels में से गुजरता है। L2tp को Virtual Dialup Protocol भी कहते है। क्योंकि यह PPTP का extension है। इसलिए!
L2tp के बारे में पूरी जानकारी के साथ, पढ़ना चाहते है।
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- 8.) IKEV2 :- IKEv2 एक encrypted tunneling protocol है। जो VPN का उपयोग करता है। और internet traffic को secure करने के लिए जिम्मेदार रहता है। IKEv2 एक protocol भी है। जो internet protocol security (IPsec) के लिए। प्रमाणित keying Material provide करता है।
IKEV2 के बारे में पूरी जानकारी के साथ, पढ़ना चाहते है।
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VPN का उपयोग करना सही या ग़लत?
VPN का उपयोग करना चाहिए। ऐसा क्यों इससे आपकी online identity hide और secret रहती है। चाहे आप किसी भी network, application, और websites का उपयोग कर रहे हो।
VPN किन लोगों को उपयोग करना चाहिए?
VPN का उपयोग उन लोगों को करना चाहिए। जो personal और proffetional data safety चाहते है। जैसे government agency, online traders etc.....
Free VPN उपयोग क्यों नहीं करना चाहिए?
Free और paid दोनों ही VPN services के पास आपका data save रहता है। ऐसे में आप जो भी activities access करते है। जैसे banks से संबधित username और password दर्ज करना। इन सभी की activities आपके VPN server में save रहता है। यदि आप personal या banks से सम्बंधित information access कर रहे है। तो आपको free VPN का उपयोग करना नहीं चाहिए। personal या banks से सम्बंधित information access करने के लिए। आपको हमेशा बड़ी company द्वारा provide किये गए VPN का ही उपयोग करना चाहिए।
Paid VPN services उपयोग करने का फायदा?
यदि आप एक VPN service को buy करते है। तो ऐसे में आपका data पूरा save रहता है। आपके data को paid VPN service company किसी भी व्यक्ति के साथ share नहीं करते।
Conclusion
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